आपरेशन के बाद अगले 24 से 48 घंटे तक रोगी को चिकित्सक व नर्स आदि की देखरेख में गहन देखरेख इकाई (आई.सी.यू) में रखा जाता है।
2.
तथापि, शिरामय प्रणाली और फुफ्फुसी वाहिकाओं में दाब का मापन गहन देखरेख चिकित्सा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसके लिए वेध्य केंद्रीय शिरामय मूत्रनलिका की आवश्यकता होती है.
3.
तथापि, शिरामय प्रणाली और फुफ्फुसी वाहिकाओं में दाब का मापन गहन देखरेख चिकित्सा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसके लिए वेध्य केंद्रीय शिरामय मूत्रनलिका की आवश्यकता होती है.
4.
प्रक्रिया उपरांत आपरेशन के बाद अगले 24 से 48 घंटे तक रोगी को चिकित्सक व नर्स आदि की देखरेख में गहन देखरेख इकाई (आई.सी.यू) में रखा जाता है।
5.
विश्वविद्यालय के स्वयं के विभागों और गहन देखरेख इंटर्नशिप भीतर व्यावहारिक परियोजनाओं के साथ-हम ज्ञान है कि तत्काल लागू किया जा सकता है प्रदान करते हैं.
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विश्वविद्यालय के स्वयं के विभागों और गहन देखरेख इंटर्नशिप भीतर व्यावहारिक परियोजनाओं के साथ-हम ज्ञान है कि तत्काल लागू किया जा सकता है प्रदान करते हैं.